दिल के हर दर्द पार मरहम नही होता..
एक बार किया तो प्यार दोबारा नही होता..
आंखो में छुपी है तनहाई दूर तक..
काश दिल ने प्यार करना जाना नही होता..
इंतेझार में नझारे तो बिछायी थी हमने..
हर पल आपको पाने कि इल्तीजा तो कि थी हमने..
तो क्या अगर किसी और ने आपको पा लिया..
सांसे नाही रुकी जो आपकी याद में जलायी हमने..
सेहमिसी राहो पर काटो को चुना..
बहारो कि छाव में पतझड को गले लागाया..
छुपाया है हर एक से दर्द ये प्यार का..
काश तुम कभी समझ पाते हाल-ए-दिल का..
अरमान इतने क्यो ऐसे सजाये..
सपनो कि तरह वो भी छूट गये..
रोये ऐसे ये एक एक बिखरे जब..
चाह कर भी उन्हे फिर समेट ना पाये..
जगाये क्यो ये एहसास, जवाब दो..
थम जाये ये तुफान कैसे, सलाह तो दो..
अकेले जीना मुश्कील नही है यहा
पर दो कदम साथ चलने के लिये कोई साथ तो दो..!!!!
पर दो कदम साथ चलने के लिये कोई साथ तो दो..!!!!
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